चितावरी देवी के मंदिर छत्तीसगढ़
चितावरी मंदिर, धोबनी (जिला बलौदा बाजार-भाटापारा)
चितावरी देवी मंदिर छत्तीसगढ़ राज्य द्वारा संरक्षित स्मारक स्थल में से एक है जो छत्तीसगढ़ के रायपुर बिलासपुर मार्ग में दामाखेडा ग्राम से 2 किलो मीटर की दूरी पर धोबनी नामक ग्राम स्थित है. ऊंची जगती पर निर्मित यह मंदिर मूलत: शिव मंदिर था जिसके गर्भगृह का परवर्ती मध्यकाल में जीर्णोद्धार किया गया। मंदिर के गर्भगृह में रखी विरुपित प्रतिमा चितावरी देवी के रूप में पूजित है।
मन्दिर का गर्भगृह वर्गाकार है गर्भगृह में शिवलिंग स्थापित है. और शिवलिंग के दरार के जगह पर सिन्दूर लगा दिया गया है और शिवलिंग में चाँदी की आँख लगा दी जिससे इस शिवलिंग को चितावरी देवी के रूप में पूजा जाता है। यह जो शिव मंदिर है वह छत्तीसगढ़ के ईटनिर्मित ताराकृति वाले मंदिरों का सुन्दर नमूना है।
यह जो मंदिर है यह ईट एवं प्रस्तर से निर्मित प्राचीन मंदिर है। आस पास हनुमान मंदिर, शनि देव का मंदिर और शिव मंदिर है।
चितावरी देवी के मंदिर का निर्माण 8-9वीं शती ईस्वी में निर्मित माना जाता है। पश्चिमाभिमुख है जो भगवान शिव को समर्पित है। इस मंदिर के शिखर का भाग ईंटो से निर्मित है और शिखर में आमलक एवं कलश नहीं है।
गर्भगृह का नीचे का हिस्सा लाल बलुआ पत्थरो से बना है. ऊपर का पुरा हिस्सा लाल पकी ईंटो से बना हैl यह जो मंदिर है वह तारे की आकृति में निर्मित है. मन्दिर के बाहरी दिवारो पर चैत्य गवाक्ष, व्याल अंकन किया गया है। मन्दिर के बांयी तरफ बाहरी दिवार में दरवाजे की आकृति निर्मित है।
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जय जोहार जय छत्तीसगढ़