क्रिप्टोकरेंसी में इन्वेस्टर्स भारी संख्या में निवेश कर रहे हैं और इसके पीछे की वजह है बेहतरीन रिटर्न्स, जिसके चलते निवेशकों को काफी फायदा हो रहा है।
2009 में जब बिटकॉइन लॉन्च हुई थी तो इसकी कीमत 0.060 रुपये थी। यानी करीब 12 साल में ही बिटकॉइन ने जीरो से 40 लाख रुपये का सफर तय कर लिया।
अगर आपने दो महीने पहले बिटकॉइन (Bitcoin) में 10,000 रुपये का निवेश किया है, तो आपका नेट इन्वेस्टमेंट आज 14,000 रुपये से थोड़ा अधिक होगा। वहीं, एथेरियम (Ethereum) में निवेश का भी लगभग समान ही परिणाम देखने को मिलेगा। लेकिन अगर आपने मच-हाइप्ड टोकन शीबा इनु (token Shiba Inu) में निवेश किया होता, तो इन 60 दिनों के भीतर आपको कुल लगभग 74,000 रुपये प्राप्त होते। अगर आप इस पैसे को शीर्ष प्रदर्शन करने वाले क्रिप्टो कडेना में से एक में डालते हैं, तो आपका मूल 10,000 रुपये बढ़कर 1,57,000 रुपये हो जाएगा ।
क्रिप्टोकरंसी में निवेश के इच्छुक किसी व्यक्ति को पहले अपना अकाउंट खोलना होता है. एक पैन कार्ड पर क्रिप्टो ट्रेडिंग के लिए एक अकाउंट ही खोल सकते हैं. जैसा बैंकों में निमय है, वैसा ही क्रिप्टो के लिए भी है. क्रिप्टो एक्सचेंज में अकाउंट खोलने के लिए केवाईसी कराना होता है. क्रिप्टोकरंसी में पैसे इन्वेस्ट करना मतलब एक तरह का ट्रेड करना या फिर क्रय विक्रय ही है ........जब कोई करेंसी का प्राइस कम हो तो उसे खरीद कर रखें तथा तब तक उसे होल्ड कर के रख ले जब तक उसका प्राइस बढ़ न जाए .
उदाहरण के लिए ; बहुत लोग सोने-चांदी के सामान उसके मूल्य गिरने पर खरीद कर रख लेतें है , और जब उसका मूल्य बढ़ता है उसे विक्रय कर लाभ लेतें है. इसी क्रय-विक्रय के तर्ज पर क्रिप्टो ट्रेडिंग किया जाता है जहाँ उसके मूल्य घटने या बढ़ने की कोई लिमिट नहीं रह जाता इसीलिए , यह पिछले १० सालो से आश्चर्य जनक लाभ देने के लिए सबसे लोकप्रिय ट्रेडिंग बन गया है .
अभी इन्वेस्ट करने के लिए डाउनलोड करें मोबाइल APP-
भारत में क्रिप्टोकरंसी (cryptocurrency) इंडस्ट्री ने तेजी से जगह बनाई है. बहुत कम समय में इसका बाजार बढ़ा है. क्रिप्टो आधारित कंपनियों पर से सुप्रीम कोर्ट की ओर से पाबंदी हटने के बाद इसमें और बढ़ोतरी देखी जा रही है. आज की तारीख में तकरीबन 1 करोड़ भारतीयों ने क्रिप्टो में निवेश किया है. पिछले एक साल में इन निवेशकों ने अच्छा रिटर्न भी पाया है. निवेशकों के लिए किसी भी क्रिप्टोकरंसी में पैसे लगाने का तरीका वैसे ही है, जैसे Share Market में लगाते हैं. नए निवेशक चाहें तो 100 रुपये से निवेश शुरू कर सकते हैं.
"दुनिया के सबसे बड़े रईस एलन मस्क (Elon Musk) की कंपनी टेस्ला (Tesla) ने हाल में बिटकॉइन में 1.5 अरब डॉलर का निवेश किया है। मस्क ने गुरुवार को एक ट्वीट में कहा कि cryptocurrency रखना कैश रखने से थोड़ा बेहतर है। उनकी कंपनी टेस्ला ने दुनिया की सबसे बड़ी और लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन में 1.5 अरब डॉलर का निवेश किया है।"
क्रिप्टोकरंसी में निवेशक 100 रुपये भी लगा कॉइन या टोकन में बहुत कम मात्रा में खरीदारी कर सकते हैं. अच्छा यह रहता है कि पैसे को अलग-अलग क्रिप्टो में अलग-अलग अवधि के लिए लगाया जाए. किप्टो की तरह मीम कॉइन डोजकॉइन और शिबू इनु मशहूर हैं जिसमें पैसा निवेश किया जा सकता है. सही रिटर्न के लिए जरूरी है कि टॉप 10 क्रिप्टोकरंसी में निवेश किया जाए, अगर पोर्टफोलियो की बात करें तो 40 परसेंट बिटकॉइन में, 40 परसेंट इथीरियम (अन्य टॉप 10 क्रिप्टो में इस पैसे को बांट सकते हैं) और बाकी बचा 20 परसेंट हाई रिस्क कॉइन में लगा सकते हैं. क्रिप्टो में पैसे लगाएं और कुछ दिन धीरज रखें, बाजार को मैच्योर होने दें. पैसा निकाल कर कहीं और निवेश करने की जल्दबाजी न करें.
क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) एन्क्रिप्शन के जरिए सुरक्षित रहने वाली एक डिजिटल करेंसी है. माइनिंग के जरिए नई करेंसी या टोकन जेनरेट किए जाते हैं. माइनिंग का मतलब उत्कृष्ट कंप्यूटरों पर जटिल गणितीय समीकरणों को हल करने से है. इस प्रक्रिया को माइनिंग कहते हैं और इसी तरह नए क्रिप्टो कॉइन जेनरेट होते हैं. लेकिन जो निवेशक होते हैं, वो पहले से मौजूद कॉइन्स में ही ट्रेडिंग कर सकते हैं. क्रिप्टो मार्केट में उतार-चढ़ाव का कोई हिसाब नहीं रहता है. मार्केट अचानक उठता है, अचानक गिरता है, इससे बहुत से लोग लखपति बन चुके हैं, लेकिन बहुतों ने अपना पैसा भी उतनी ही तेजी से डुबोया है.
अगर आपको क्रिप्टो ट्रेडिंग को लेकर कुछ कंफ्यूजन है कि आखिर यह कैसे काम करता है, तो आप अकेले नहीं हैं. बहुत से लोग यह समझने की कोशिश कर रहे हैं कि वर्चुअल करेंसी में कैसे निवेश करें. हम इस एक्सप्लेनर में यही एक्सप्लेन करने की कोशिश कर रहे हैं कि आप क्रिप्टोकरेंसी में कैसे निवेश कर सकते हैं, और क्या आपको निवेश करना चाहिए.
क्रिप्टोकरेंसी क्या है?
क्रिप्टोकरेंसी क्या है, ये समझने के लिए समझिए कि यह क्या नहीं है. यह हमारा ट्रेडिशनल, सरकारी करेंसी नहीं है, लेकिन इसे लेकर स्वीकार्यता बढ़ रही है. ट्रेडिशनल करेंसी एक सेंट्रलाइज्ड डिस्टिब्यूशन यानी एक बिंदु से वितरित होने वाले सिस्टम पर काम करती है, लेकिन क्रिप्टोकरेंसी को डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नॉलजी, ब्लॉकचेन, के जरिए मेंटेन किया जाता है. इससे इस सिस्टम में काफी पारदर्शिता रहती है, लेकिन एन्क्रिप्शन के चलते एनॉनिमिटी रहती है यानी कि कुछ चीजें गुप्त रहती हैं. क्रिप्टो के समर्थकों का कहना है कि यह वर्चुअल करेंसी निवेशकों को यह ताकत देती है कि आपस में डील करें, न कि ट्रेडिशनल करेंसी की तरह नियमन संस्थाओं के तहत.
"क्रिप्टो एक्सचेंज का एक वर्चुअल माध्यम है. इसे प्रॉडक्ट या सर्विस खरीदने के लिए इस्तेमाल में लिया जा सकता है. जो क्रिप्टो ट्रांजैक्शन होते हैं. उन्हें पब्लिक लेज़र यानी बहीखाते में रखा जाता है और क्रिप्टोग्राफी से सिक्योर किया जाता है."
क्रिप्टोकरेंसी की ट्रेडिंग कैसे होती है? कैसे ट्रेड करें क्रिप्टोकरेंसी में -
ट्रेडिंग के लिए बहुत कुछ करने की जरूरत नहीं है.आम इंसान क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज ऐप के जरिए मार्केट में उपलब्ध कई क्रिप्टो तक पहुंच सकते हैं। 5 मिनट के अंदर रजिस्ट्रेशन हो जाता है, वह भी भारतीय केवाईसी नियमों के साथ. केवाईसी के तुरंत बाद अगर डॉक्युमेंट दुरुस्त हों तो वेरिफिकेशन हो जाता है और 15 मिनट में ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं. प्लेटफॉर्म पर एक साथ 100 से ज्यादा क्रिप्टोकरंसी की जानकारी मिलती है जहां 100 रुपये से भी निवेश शुरू कर सकते हैं. इसके लिए प्लेटफॉर्म पर पैसा जमा करना होता है. कुछ प्लेटफॉर्म पैसा जमा करने के लिए शुल्क लेते हैं, कुछ नहीं. इसी जमा पैसे से क्रिप्टो में निवेश शुरू होता है.
क्रिप्टोकरेंसी में शामिल होने के लिए क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज ऐप्स की जरूरत होती है। ये ऐप पूरे क्रिप्टो इकोसिस्टम में अहम रोल निभाते हैं। इन ऐप्स का इस्तेमाल कई क्रिप्टोकरेंसी के दामों को चेक करने, एल्ट क्वाइन्स को बेचने और खरीदने और अपने अकाउंट को मैनेज करने के लिए किया जाता है। यहां हम आपको बता रहे हैं कि ये ऐप क्या करती हैं और इस प्रकार आपकी मदद करती हैं।
क्या करती हैं क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज ऐप: आम इंसान क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज ऐप के जरिए मार्केट में उपलब्ध कई क्रिप्टो तक पहुंच सकते हैं। इसके साथ ही आसानी से ट्रेड कर सकते हैं। इन ऐप्स के चलते लोगों को लैपटॉप का इस्तेमाल करके क्रिप्टो को माइन करने की जरूरत नहीं है। इन ऐप के जरिए क्रिप्टो में ट्रेड करने और डिसेंट्रलाइज्ड डिजिटल करेंसी नेटवर्क दुनिया में एंट्री करने वाले लोगों की मदद होती है। इन ऐप्स का मोबाइल इंटरफेस काफी सरल है और पूरे प्रोसेस को भी आसान बनाया गया है। यूजर्स गूगल प्ले स्टोर और एप्पल ऐप स्टोर पर मौजूद क्रिप्टो एक्सचेंज ऐप्स एंड्रॉइड और आईओएस फोन पर काम करती हैं। इसके चलते बीते कुछ सालों में कई क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज ऐप आई हैं। इन ऐप्स के जरिए Bitcoin, Ethereum और Dogecoin जैसी क्रिप्टो में इन्वेस्ट किया जा सकता है। यहां हम आपको भारत में इस्तेमाल की जाने वाले टॉप क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज ऐप CoinDCX, CoinSwitch Kuber, WazirX, Unocoin के बारे में बता रहे हैं।।
१-CoinDCX भारत में क्रिप्टो एसेट्स के लिए सबसे बेहतरीन ट्रेडिंग ऐप है। इस ऐप के जरिए यूजर्स 200 से ज्यादा तक के ट्रेड कॉइन खरीद या बेच सकते हैं। इस ऐप में यूजर्स के रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी पर ओटीपी का इस्तेमाल करके पूरा सेटअप प्रोसेस होता है। CoinDCX में बिना चार्ज के 1 हजार रुपये की न्यूनतम निकासी सीमा के साथ एक मेकर और टेकर चार्ज 0.1 प्रतिशत लेता है। इस क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज ऐप से यूजर्स क्रिप्टो में ट्रेड करने के लिए भारतीय रुपये का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके साथ ही NEFT, IMPS, RTGS, UPI और बैंक ट्रांसफर के जरिए अकाउंट में पैसा जमा कर सकते हैं। इस ऐप में सिक्योरिटी का बड़ा सेट है। यूजर्स को Google सर्टिफाइड ऐप का इस्तेमाल करते खुद को वेरीफाई करने की जरूरत है। इसके बिना ट्रेडिंग शुरू नहीं की जा सकती है। इसमें आपको एक विदड्रॉल पासवर्ड भी सेट करना पड़ेगा, जिसे हर विदड्रॉल पर दर्ज करना होगा। यूजर्स CoinDCX को एंड्रॉइड स्मार्टफोन और आईफोन दोनों पर ही डाउनलोड कर सकते हैं।
२-कॉइन स्विच कुबेर एक क्रिप्टो प्लेटफॉर्म है जहां इसकी ट्रेडिंग की जा सकती है. CoinSwitch Kuber में यूजर्स को 100+ क्रिप्टो में ट्रेडिंग का मौका मिलता है। यह मार्केट में सबसे बेस्ट ट्रेडिंग रेट्स प्रदान करता है। इस ऐप में ट्रेडिंग के लिए अकाउंट बनाने के लिए मोबाइल नंबर का इस्तेमाल किया जाता है। आपको बता दें कि इसमें बिना केवाईसी प्रोसेस पूरा किए ट्रेडिंग शुरू नहीं की जा सकती है। इस ऐप में अकाउंट को सेफ रखने के लिए 4 डिजिट का पिन कोड ऑप्शन मिलता है। इस ऐप पर पहले 1 लाख यूजर्स को 100 दिनों के लिए ट्रेडिंग फीस नहीं देनी होगी। आसान यूजर इंटरफेस और बेहतरीन मार्केटिंग ने लोगों की ओर आकर्षित किया है। यह क्रिप्टो एक्सचेंज ऐप NEFT, बैंक ट्रांसफर और UPI के जरिए भारतीय रुपये जमा करने की सुविधा प्रदान करती है। यूजर्स CoinSwitch Kuber को एंड्रॉइड और iOS दोनों ही प्लेटफॉर्म पर डाउनलोड कर सकते हैं।
कैसे खोलें खाता
क्रिप्टोकरंसी में निवेश के इच्छुक किसी व्यक्ति को पहले अपना अकाउंट खोलना होता है. एक पैन कार्ड पर क्रिप्टो ट्रेडिंग के लिए एक अकाउंट ही खोल सकते हैं. जैसा बैंकों में निमय है, वैसा ही क्रिप्टो के लिए भी है. हालांकि एक पैन से क्रिप्टो के अलग-अलग एक्सचेंज में कई अकाउंट खोल सकते हैं. क्रिप्टो एक्सचेंज में 24 घंटे और सातों दिन ट्रेडिंग कर सकते हैं. नए निवेशकों के लिए सलाह दी जाती है कि जोखिम को ध्यान में रखते हुए ही क्रिप्टो की ट्रेडिंग करें. क्रिप्टो के दाम उतार-चढ़ाव में या तो तेजी से गिरते हैं या तेजी से चढ़ते हैं. यानी कि भारी मुनाफे के साथ भारी गिरावट का भी खतरा होता है. इसलिए दिल थाम कर क्रिप्टो की ट्रेडिंग में हाथ लगाना चाहिए.
हर क्रिप्टोकरंसी अपने आप में यूनिक है और उसी हिसाब से उसकी ट्रेडिंग होती है. नए निवेशक जब खरीदारी करने चलें तो उसके बारे में ठीक से रिसर्च कर लें. जैसे नंबर टू क्रिप्टोकरंसी इथीरियम एक प्लेटफॉर्म भी है जिसे अलग-अलग ऐप के जरिये खरीदा जा सकता है. ऐसा नहीं है कि किसी खास ऐप से ही इसकी ट्रेडिंग और खरीदारी होगी. जैसे मोबाइल में एंड्रॉयड सिस्टम अलग-अलग मोबाइल कंपनियों में काम करता है, वैसे ही इथीरियम अलग-अलग ऐप पर भी काम करता है. नए निवेशकों को एक्सपर्ट सलाह देते हैं कि बिटकॉइन और इथीरियम में पैसा लगाकर शुरुआत करनी चाहिए.
सावधानी के साथ करें निवेश
भारत में अभी क्रिप्टोकरंसी रेगुलेटेड नहीं है, सरकार और रिजर्व बैंक का अभी रुख साफ नहीं है. ऐसे में कम पैसे में निवेश करने की सलाह दी जाती है. ट्रेडिंग का मतलब होता है कि खरीदारी पर कितना मुनाफा कमाते हैं. कोई किप्टो कितने में खरीदते हैं, ट्रेडिंग का मकसद यह नहीं होता है. इसी हिसाब से क्रिप्टो में पैसे लगाने और उसे जारी रखने पर फोकस करना चाहिए. नए निवेशकों को अपने पोर्टफोलियो में 2-3 परसेंट क्रिप्टोकरंसी को रखना चाहिए. बाद में मार्केट की समझ हो जाए तो निवेश बढ़ा सकते हैं.